स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू), जौलीग्रांट में 7वां दीक्षांत समारोह भव्य रूप से आयोजित किया गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और विश्वविद्यालय के 34 मेधावी छात्रों को डिग्रियां प्रदान की। इस अवसर पर एमबीबीएस की केजिया, नर्सिंग की खुशी और अंजलि को ‘स्वामी राम बेस्ट ग्रेजुएट अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया। साथ ही 19 पीएचडी छात्रों को उपाधि दी गई।
राज्यपाल ने छात्रों को देश और समाज की सेवा करने के लिए प्रेरित किया और खुशी जताई कि एसआरएचयू में छात्राओं की संख्या अधिक रही। उन्होंने कहा कि देश की बेटियां हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर रही हैं। एसआरएचयू के अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना और कुलपति डॉ. राजेंद्र डोभाल ने भी छात्रों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
समारोह में कुल 997 छात्रों को डिग्रियां दी गई, और यह आयोजन छात्रों के जीवन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ।
‘संस्थापक डॉ. स्वामी राम के आदर्शों को इस संस्थान के ध्येय वाक्य ”प्रेम,सेवा और स्मरण” में देखा जा सकता है। डॉ.स्वामी राम की तपोभूमि वाला यह विश्वविद्यालय उत्तराखंड में आम जनता के लिए शिक्षा के साथ ही गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रहा। उन्होंने कहा कि स्वामी राम ने तीस साल पहले जो पौधा रोपा था आज वह वट वृक्ष बन चुका है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से अपनी जड़ों से हमेशा जुड़े रहने का आह्वान किया।
– लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, राज्यपाल, उत्तराखंड
स्वामी राम जी ने यह संस्थान जिस विजन और मिशन के साथ शुरू किया था हम उस पर खरे उतरने का प्रयास कर रहे हैं। स्वामी राम का मिशन “पहाड़ की सेवा” था जिसे साकार करने में हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा असंभव कुछ भी नहीं है। स्वामी राम जी अपने संकल्प के दम पर इस संस्थान को खड़ा किया है। उन्होंने कहा कार्य को भी उसे पूरे मनोयोग और प्रसन्नचित होकर करें सफलता निश्चित ही मिलेगी।‘
— डॉ. विजय धस्माना, अध्यक्ष स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय, जौलीग्रांट
Reported By: Arun Sharma